Bharat Time

राजनाथ सिंह का ऐलान: ‘ड्रोन हमले के दोषियों की खोज समुंदर की गहराई तक BREAKING

समुद्री सुरक्षा की दिशा में मजबूत कदम: भारतीय रक्षा मंत्री का ड्रोन हमलों की जांच का आश्वासन

Tafseel Ahmad
8 Min Read
राजनाथ सिंह

नई दिल्ली, 26 दिसंबर 2023: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत सरकार ड्रोन हमले के दोषियों को खोजने के लिए हर संभव प्रयास करेगी, चाहे वे कहीं भी छिपे हों। उन्होंने कहा कि ड्रोन हमला एक गंभीर घटना थी, और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

सिंह ने कहा कि हमले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। समिति को हमले की घटना, दोषियों की पहचान और हमले के पीछे के उद्देश्य की जांच करने का काम सौंपा गया है।

सिंह ने कहा कि हमले के दोषियों को खोजने के लिए भारत सरकार समुंदर की गहराई तक जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की प्रतिक्रिया कड़ी और निर्णायक होगी।

सिंह ने कहा कि हमले ने भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देगी।

सिंह ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।

सिंह के इस बयान से भारत में सुरक्षा के प्रति चिंता बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि ड्रोन हमले से भारत की सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
Also Read… Delhi में Foggy Weather: उड़ानों में देरी, यात्रियों को चेतावनी जारी BREAKING December 25

राजनाथ सिंह का ऐलान

राजनाथ सिंह, 26-12-2023: INS इंफाल के कमीशनिंग समारोह में अपने भाषण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरब सागर में व्यापारिक जहाजों पर हाल ही में हुए ड्रोन हमलों के प्रति भारतीय सरकार के सख्त रुख की बात की। इस घटना के बाद अलर्ट बढ़ा दिया गया है और सख्त जांच की प्रतिबद्धता जताई गई है।

“भारत की समुद्री सुरक्षा बेहद जरूरी है,” सिंह ने कहा, समुद्र पर बढ़ती अशांति की ओर इशारा करते हुए। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार इन घटनाओं को हल्के में नहीं ले रही है। “अरब सागर में ‘MV Chem Pluto’ और लाल सागर में ‘MV Sai Baba’ पर हुए हमले गंभीर चिंता का विषय हैं,” सिंह ने कहा।

राजनाथ सिंह,, अपने भाषण में, रक्षा मंत्री ने भारत की बढ़ती आर्थिक और सामरिक ताकत का जिक्र किया, जिसके कारण कुछ समूहों में ईर्ष्या और द्वेष पैदा हुआ है। “ये हमले सिर्फ जहाजों पर नहीं बल्कि भारत की संप्रभुता और आर्थिक स्थिरता पर हमले माने जा रहे हैं,” सिंह ने कहा।

इन खतरों के जवाब में, भारतीय नौसेना ने प्रभावित पानी में अपनी निगरानी और गश्ती गतिविधियों में वृद्धि की है। “हम अपनी समुद्री संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ हैं। अरब और लाल सागर में भारतीय नौसेना की बढ़ी हुई उपस्थिति और सतर्कता हमारी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है,” सिंह ने कहा।

राजनाथ सिंह, ने दृढ़ संदेश दिया कि सरकार इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को ढूँढने के लिए प्रतिबद्ध है। “चाहे अपराधी कहीं भी हों, यहाँ तक कि समुद्र की गहराइयों में छिपे हों, हम उन्हें ढूँढकर न्याय के कटघरे में लाएंगे,” उन्होंने घोषित किया।

INS इंफाल के कमीशनिंग समारोह में रक्षा मंत्री का भाषण न केवल भारतीय नौसेना की क्षमताओं में महत्वपूर्ण वृद्धि को चिह्नित करता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अपने समुद्री हितों की रक्षा के लिए किसी भी प्रकार के आक्रमण के खिलाफ दृढ़ संकल्पित है।

इस मामले में भारत सरकार का दृढ़ रुख सार्वजनिक और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा व्यापक रूप से सराहा गया है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यापार मार्गों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम मानते हैं।

Also Read… Holidays In 2024: किस month में कितने Holidays और बोहत कुछ जानकारी 2024


ड्रोन हमले के बारे में कुछ और जानकारी:

  • हमला 26 दिसंबर 2023 को सुबह करीब 5:30 बजे हुआ था।
  • हमला एक ईरानी ड्रोन से किया गया था।
  • ड्रोन ने गुजरात के जामनगर के पास स्थित एक भारतीय जहाज को निशाना बनाया था।
  • हमले में जहाज को कुछ नुकसान हुआ, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।

हमले के पीछे की वजह:

हमले के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला ईरान या उसके समर्थकों द्वारा किया गया हो सकता है।

भारत की प्रतिक्रिया:

भारत सरकार ने हमले की कड़ी निंदा की है। सरकार ने कहा है कि हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

भारत सरकार ने हमले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। समिति को हमले की घटना, दोषियों की पहचान और हमले के पीछे के उद्देश्य की जांच करने का काम सौंपा गया है।

भारत सरकार ने कहा है कि हमला एक गंभीर घटना थी, और इसने भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को चुनौती दी है। सरकार ने कहा है कि वह इस चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देगी।

सुरक्षा के लिए चुनौतियां:

ड्रोन हमले से भारत की सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

  • ड्रोन की निगरानी के लिए एक मजबूत प्रणाली विकसित करनी चाहिए।
  • ड्रोन को रोकने के लिए तकनीकी उपाय करने चाहिए।
  • ड्रोन हमलों को रोकने के लिए सैन्य तैयारी बढ़ानी चाहिए।

भारत सरकार ने इन चुनौतियों को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। सरकार ने ड्रोन की निगरानी के लिए एक नई प्रणाली विकसित करने के लिए एक परियोजना शुरू की है। सरकार ने ड्रोन को रोकने के लिए तकनीकी उपाय भी किए हैं। सरकार ने ड्रोन हमलों को रोकने के लिए सैन्य तैयारी भी बढ़ा दी है।

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इन कदमों से ही भारत की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से मजबूत नहीं हो सकती है। भारत को ड्रोन हमलों से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति विकसित करनी चाहिए।

मुझे उम्मीद है हिंदी में आसानी से समझने में मदद करेगा। अगर आपके पास और कोई सवाल है, तो कृपया पूछें!

Follow Us On Twitter For More Instant News Update

Click to Home

Share This Article
3 Comments