राजस्थान Election: राजस्थान में 25 नवंबर, 2023 को कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा चुनाव समाप्त हो गया। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक हुआ। चुनाव में 199 सीटों के लिए 2,152 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023
राजस्थान Election 2023 25 नवंबर, 2023 को 199 विधानसभा सीटों के लिए आयोजित हुआ। चुनाव में कांग्रेस, भाजपा, बसपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के बीच सीधा मुकाबला था।
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राजस्थान Election परिणाम
राजस्थान Election के परिणाम 3 दिसंबर, 2023 को घोषित किए गए। कांग्रेस ने 108 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। भाजपा 73 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। बसपा 6 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही। रालोपा 3 सीटों के साथ चौथे स्थान पर रही।
चुनाव का परिणाम
कांग्रेस की जीत को एक बड़ा उलटफेर माना जा रहा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 92 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 103 सीटें मिली थीं।
राजस्थान Election कांग्रेस की जीत के लिए कई कारणों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की लोकप्रियता
भाजपा के खिलाफ जनता की नाराजगी
राजस्थान में जातिगत समीकरण
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की लोकप्रियता
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले 5 साल में कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। इनमें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री उज्ज्वला योजना, और मुख्यमंत्री वृद्धजन सम्मान पेंशन योजना शामिल हैं। इन योजनाओं ने गहलोत की लोकप्रियता में इजाफा किया है।
राजस्थान Election आखिर क्यों बीजेपी के खिलाफ है राजस्थान की जनता
राजस्थान में बीजेपी के खिलाफ जनता की नाराजगी के कई कारण हैं।
- भाजपा की जातिवादी राजनीति
भाजपा को राजस्थान में जातिवादी राजनीति के लिए जाना जाता है। पार्टी ने अपने चुनावी अभियान में विभिन्न जातियों को लुभाने के लिए कई तरह के वायदे किए हैं। इससे राज्य में जातिगत विभाजन बढ़ने की आशंका है।
- भाजपा की विकास विरोधी नीतियों
भाजपा की विकास विरोधी नीतियों से भी राजस्थान की जनता नाराज है। पार्टी ने अपने पांच साल के कार्यकाल में राज्य में कोई बड़ा विकास नहीं किया है। इससे बेरोजगारी, गरीबी और भ्रष्टाचार बढ़ने की शिकायतें हैं।
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- भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी भी राजस्थान में पार्टी के खिलाफ जनमत को प्रभावित कर रही है। पिछले कुछ सालों में, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राजस्थान में कई फैसले लिए हैं जो राज्य की जनता को पसंद नहीं आए हैं। इनमें राज्य में केंद्रीय विश्वविद्यालयों की स्थापना और राज्य के हिस्से के जल संसाधनों को दूसरे राज्यों को देने की योजना शामिल हैं।
- कांग्रेस की मजबूत संगठनात्मक स्थिति
राजस्थान में कांग्रेस की मजबूत संगठनात्मक स्थिति भी बीजेपी के खिलाफ जनमत को प्रभावित कर रही है। कांग्रेस ने राज्य में पिछले पांच साल में मजबूत संगठन खड़ा किया है। पार्टी ने अपने चुनावी अभियान में लोगों से सीधे संपर्क किया और उन्हें पार्टी की नीतियों के बारे में बताया।
इन सभी कारणों से राजस्थान में बीजेपी के खिलाफ जनता की नाराजगी बढ़ गई है। इससे पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा को पिछले कुछ महीनों में राजस्थान में कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। इनमें 2023 में हुए नगर निकाय चुनाव और 2022 में हुए लोकसभा उपचुनाव शामिल हैं। भाजपा की इन हारों से जनता में पार्टी के खिलाफ नाराजगी बढ़ी है।
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राजस्थान Election राजस्थान की जनता कांग्रेस को इसलिए पसंद कर रही है क्योंकि कांग्रेस सरकार ने पिछले 5 साल में कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं ने जनता के जीवन में सुधार किया है।
कांग्रेस द्वारा की गयी कुछ मुख्य योजनाए
- मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना – यह योजना राज्य के सभी नागरिकों को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है।
- मुख्यमंत्री उज्ज्वला योजना – यह योजना गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान करती है।
- मुख्यमंत्री वृद्धजन सम्मान पेंशन योजना – यह योजना 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी गरीब वृद्धों को हर महीने 1000 रुपये की पेंशन प्रदान करती है।
राजस्थान Election इन योजनाओं के अलावा, कांग्रेस सरकार ने राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और रोजगार के क्षेत्र में भी कई सुधार किए हैं।
कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी अभियान में इन उपलब्धियों को प्रमुखता से प्रचारित किया। पार्टी ने जनता से इन उपलब्धियों का लाभ उठाने के लिए कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने का आग्रह किया।
कांग्रेस की जीत के लिए भाजपा के खिलाफ जनता की नाराजगी भी एक कारण है। भाजपा को पिछले कुछ महीनों में राजस्थान में कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। इनमें 2023 में हुए नगर निकाय चुनाव और 2022 में हुए लोकसभा उपचुनाव शामिल हैं। भाजपा की इन हारों से जनता में पार्टी के खिलाफ नाराजगी बढ़ी है।
राजस्थान में जातिगत समीकरण भी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कांग्रेस ने अपने चुनावी अभियान में इन समीकरणों पर विशेष ध्यान दिया। पार्टी ने विभिन्न जातियों के नेताओं को टिकट दिया और इन जातियों के लिए विशेष घोषणाएं की।
कुल मिलाकर, कांग्रेस की जीत राजस्थान की जनता की सरकार की उपलब्धियों से संतुष्टि और भाजपा के खिलाफ नाराजगी का नतीजा है। कांग्रेस को अगले 5 साल में राज्य में विकास और सुशासन सुनिश्चित करने की चुनौती होगी।
राजस्थान Election राजस्थान में जातिगत समीकरण
राजस्थान में जातिगत समीकरण चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कांग्रेस ने अपने चुनावी अभियान में इन समीकरणों पर विशेष ध्यान दिया। पार्टी ने विभिन्न जातियों के नेताओं को टिकट दिया और इन जातियों के लिए विशेष घोषणाएं की।
राजस्थान Election अगला 5 साल
कांग्रेस की जीत से राजस्थान की राजनीति में नए समीकरण बनने की संभावना है। कांग्रेस को अगले 5 साल में राज्य में विकास और सुशासन सुनिश्चित करने की चुनौती होगी।