2023 Election, के विधानसभा चुनावों में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की। वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस ने सत्ता हासिल की।

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2023 Election, के विधानसभा चुनावों में जीती सीटों की सूची
राज्य | दल | सीटें |
---|---|---|
मध्य प्रदेश | भाजपा | 128 |
मध्य प्रदेश | कांग्रेस | 111 |
राजस्थान | भाजपा | 93 |
राजस्थान | कांग्रेस | 87 |
छत्तीसगढ़ | भाजपा | 79 |
छत्तीसगढ़ | कांग्रेस | 68 |
तेलंगाना | कांग्रेस | 110 |
तेलंगाना | भारत राष्ट्र समिति | 69 |
नोट:
- मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपनी सत्ता बरकरार रखी।
- तेलंगाना में कांग्रेस ने सत्ता हासिल कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया।
मतदान प्रतिशत
राज्य | मतदान प्रतिशत |
---|---|
मध्य प्रदेश | 70.02% |
राजस्थान | 64.5% |
छत्तीसगढ़ | 76.15% |
तेलंगाना | 78.53% |
2023 Election, के विधानसभा चुनावों में, जिन विधायकों ने सबसे ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है, उनकी सूची इस प्रकार है:
राज्य | विधानसभा सीट | दल | वोट |
---|---|---|---|
मध्य प्रदेश | बैतूल | भाजपा | 1,22,963 |
राजस्थान | बाड़मेर | भाजपा | 1,05,206 |
छत्तीसगढ़ | महासमुंद | भाजपा | 86,608 |
तेलंगाना | गद्दीपेट | कांग्रेस | 1,04,442 |
मध्य प्रदेश के बैतूल विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार प्रदीप जायसवाल ने 1,22,963 वोटों से जीत हासिल की है। यह इस चुनाव में किसी भी विधायक द्वारा जीते गए सबसे ज्यादा वोट हैं।
राजस्थान के बाड़मेर विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल ने 1,05,206 वोटों से जीत हासिल की है।
छत्तीसगढ़ के महासमुंद विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार रवींद्र चौबे ने 86,608 वोटों से जीत हासिल की है।
तेलंगाना के गद्दीपेट विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मोहम्मद अली ने 1,04,442 वोटों से जीत हासिल की है।
इन विधायकों की जीत को उनकी लोकप्रियता और उनकी पार्टी के संगठन के मजबूत होने का संकेत माना जा रहा है।
2023 Election विधानसभा चुनाव: भाजपा आगे, कांग्रेस ने तेलंगाना में की जीत
मध्य प्रदेश में, भाजपा ने 17 सीटों के अंतर से बहुमत हासिल किया। पार्टी ने 128 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस 111 सीटों पर सिमट गई। भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की उपलब्धियों को दिया।
राजस्थान में, भाजपा ने 6 सीटों के अंतर से बहुमत हासिल किया। पार्टी ने 93 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस 87 सीटों पर सिमट गई। भाजपा के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी हार का श्रेय राज्य में कानून-व्यवस्था की समस्याओं को दिया।
छत्तीसगढ़ में, भाजपा ने 11 सीटों के अंतर से बहुमत हासिल किया। पार्टी ने 79 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस 68 सीटों पर सिमट गई। भाजपा के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी हार का श्रेय राज्य में महंगाई को दिया।
तेलंगाना में, कांग्रेस ने 41 सीटों के अंतर से बहुमत हासिल किया। पार्टी ने 110 सीटें जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) 69 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने अपनी जीत का श्रेय पार्टी के संगठन को दिया।
इन चुनावों के परिणामों से यह स्पष्ट है कि भारतीय राजनीति में भाजपा का प्रभुत्व बरकरार है। हालांकि, तेलंगाना में कांग्रेस की जीत एक महत्वपूर्ण संकेत है कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष मौजूद है।
इन चुनावों के कुछ प्रमुख निष्कर्ष निम्नलिखित हैं:
- भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल कर अपनी सत्ता बरकरार रखी।
- तेलंगाना में कांग्रेस ने सत्ता हासिल कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया।
- इन चुनावों में, भाजपा की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को एक प्रमुख कारक माना जा रहा है।
- तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के लिए राज्य में महंगाई और कानून-व्यवस्था की समस्याओं को एक प्रमुख कारक माना जा रहा है।
इन चुनावों के परिणामों से भारतीय राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है। भाजपा को इन चुनावों की जीत से एक नई ताकत मिलेगी और वह आने वाले समय में अपने चुनावी अभियानों को और मजबूत कर सकती है। वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस की जीत से देश के अन्य राज्यों में भी विपक्षी दलों में एक नई उम्मीद जगी है।
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