13 दिसंबर लोकसभा में सनसनी
आकाश और गोविंद दो युवा भारतीय हैं जो 13 दिसंबर, 2023 को लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन के लिए जिम्मेदार थे। वे दोनों मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं।
आकाश 27 वर्ष का है और वह एक किसान का बेटा है। वह पिछले कई सालों से किसान आंदोलन में सक्रिय है लोकसभा में सनसनी।
गोविंद 25 वर्ष का है और वह एक छात्र है। वह एक छात्र संगठन से जुड़ा हुआ है जो किसानों के अधिकारों के लिए लड़ता है।
लोकसभा में सनसनी, दोनों ने लोकसभा में किसानों के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सुरक्षा उल्लंघन किया। उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान सदन के कुएं में कूदकर नारे लगाए। उनके पास पीले रंग के पदार्थ वाले कनस्तर थे, जिसे आंसू गैस माना जा रहा है।
सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत दोनों लोगों को पकड़ लिया और कनस्तरों को जब्त कर लिया। फिलहाल दिल्ली पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
उन पर संसद की कार्यवाही में बाधा डालने और अतिक्रमण करने के आरोप लगने की संभावना है। सटीक आरोप पुलिस जांच के परिणाम पर निर्भर करेंगे।
कुछ लोगों का मानना है कि वे अपने कार्यों में जायज थे क्योंकि यह वैध विरोध का एक रूप था। दूसरों का मानना है कि उनके कार्यों ने संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
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लोकसभा में सनसनी, यह कथन पिता की भावनाओं के एक जटिल मिश्रण को दर्शाता है। यह ईमानदारी और सच्चाई के सिद्धांतों में उनके अटूट विश्वास को दर्शाता है, साथ ही साथ अपने बेटे के कार्यों की संभावित गंभीरता को भी स्वीकार करता है। उनके शब्द निराशा और गुस्से की एक गहरी भावना को चित्रित करते हैं, साथ ही कानून और न्याय व्यवस्था के लिए एक पिता के अटूट समर्थन को भी दर्शाते हैं।
अगर मेरा बेटा अच्छा करे तो ठीक है, लेकिन अगर उसने कुछ ग़लत किया है तो उसे फांसी लटका दो. वो मेरा बेटा नहीं है (अगर वो ग़लती की है). वो संसद हमारी है. जैसे आप लोगों ने इसे बनाया है. जैसे महात्मा गांधी, नेहरू जैसे नेता ने इसे ताक़त दी. जो भी ऐसा करता है (हमला), उसे निंदनीय मानते हैं. हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे, गोविंदा ने पत्रकारों को बताया।
यह समझना मुश्किल है कि उसके दिमाग़ में क्या था. मेरा बेटा ने 2016 में अपना BE (इंजीनियरिंग में बैचलर) पूरा किया और खेती का ध्यान रखता था। उसने दिल्ली और बेंगलुरु में कुछ फर्मों में काम भी किया है,” उन्होंने जोड़ा।
लोकसभा में सनसनी, मैसूरू से आए मनोरंजन और दूसरे व्यक्ति सागर शर्मा ने लोकसभा चैंबर में छलांग लगाई थी और पीले रंग के धुंध से भरी कैनिस्टर से धुआं उछाला था, जिससे सांसदों में हलचल मच गई थी। उन्होंने उपाध्यक्षों द्वारा बंद कर लिये जाने से पहले नारे भी लगाए थे।
अगर मेरे बेटे ने गलत किया है तो उसे फांसी पर लटका दो”, बुधवार को सुरक्षा का बड़ा उल्लंघन करके लोकसभा कक्ष में कूदने वाले दो व्यक्तियों में से एक के पिता ने कहा, मनोरंजन डी के पिता देवराजे गौड़ा ने हालांकि दावा किया कि उनका बेटा ईमानदार और सच्चा है और वे सदैव समाज के लिए अच्छा करने की इच्छा रखते थे। लोकसभा में सनसनी
अगर मेरा बेटा अच्छा करता है तो ठीक है लेकिन अगर उसने कुछ गलत किया है तो उसे फांसी दे दो।’ वह मेरा बेटा नहीं है (अगर उसने गलत किया है)। वह संसद हमारी है. आप जैसे लोगों ने ही इसे बनाया है. इसे बनाने में महात्मा गांधी, नेहरू जैसे नेताओं ने कड़ी मेहनत की थी। जो कोई भी यह (हमला) करता है वह निंदनीय है।’ गौड़ा ने संवाददाताओं से कहा, हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
लोकसभा में सनसनी, “मेरा बेटा एक अच्छा लड़का है। वह ईमानदार और सच्चा है. उनकी एकमात्र इच्छा समाज के लिए अच्छा करना और समाज के लिए बलिदान देना है। वह स्वामी विवेकानन्द की पुस्तकें पढ़ते थे। मुझे लगता है कि इन किताबों को पढ़ने के बाद उनके मन में ऐसे विचार आए।”
“यह समझना मुश्किल है कि उसके दिमाग में क्या चल रहा था। मेरे बेटे ने 2016 में बीई (बैचलर इन इंजीनियरिंग) पूरा किया और खेत की देखभाल कर रहा था। उन्होंने दिल्ली और बेंगलुरु में कुछ फर्मों में भी काम किया, ”उन्होंने कहा।
मैसूर के रहने वाले मनोरंजन और एक अन्य व्यक्ति सागर शर्मा सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए और कनस्तरों से पीले रंग का धुआं छोड़ा, जिससे संसद सदस्यों में घबराहट फैल गई। सांसदों द्वारा दबाए जाने से पहले उन्होंने नारे भी लगाए।”
लोकसभा में सनसनी: 13 दिसंबर को क्या हुआ?
लोकसभा में सनसनी, 13 दिसंबर 2023 को, भारतीय लोकसभा में एक चौंकाने वाला सुरक्षा उल्लंघन हुआ। दो व्यक्तियों, अकाश और गोविंद, ने प्रश्नकाल के दौरान सदन के कुएं में छलांग लगा दी। उनके पास पीले रंग के पदार्थ वाले कनस्तर थे, जिसे आंसू गैस माना जा रहा है।
उन्होंने ऐसा क्यों किया?
लोकसभा में सनसनी, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनका उद्देश्य किसानों के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। उन्होंने किसानों के साथ कथित अन्याय से संबंधित नारे लगाए।
उन्हें कैसे पकड़ा गया?
सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत दोनों लोगों को पकड़ लिया और कनस्तरों को जब्त कर लिया। फिलहाल दिल्ली पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
इस घटना के सुरक्षा पर क्या प्रभाव हैं?
लोकसभा में सनसनी, इस घटना ने संसद में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसने सुरक्षा प्रक्रियाओं की पूरी तरह से समीक्षा और इस बात की जांच करने की मांग की है कि कैसे ये लोग सुरक्षा को भेदने में सफल रहे।
उनके लिए कानूनी परिणाम क्या होंगे? ⚖️
उन पर संसद की कार्यवाही में बाधा डालने और अतिक्रमण करने के आरोप लगने की संभावना है। सटीक आरोप पुलिस जांच के परिणाम पर निर्भर करेंगे।
पिता का इस घटना पर क्या कहना है?
एक व्यक्ति के पिता ने कहा है कि अगर उनका बेटा गलत पाया जाता है तो वह उसके दंड का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, “अगर उसने गलत किया है तो मेरे बेटे को फांसी दे दो। मैंने उसे ईमानदार और सच्चा होना सिखाया है। अगर उसने कुछ गलत किया है, तो मैं इसकी निंदा करता हूं। उसे फांसी दो।”
इस घटना पर विभिन्न दृष्टिकोण क्या हैं? ️
कुछ लोगों का मानना है कि ये लोग अपने कार्यों में जायज थे क्योंकि यह वैध विरोध का एक रूप था। दूसरों का मानना है कि उनके कार्यों ने संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
अब आगे क्या होगा? ➡️
लोकसभा में सनसनी, दिल्ली पुलिस इस घटना की जांच जारी रखेगी। संसद अपनी ओर से सुरक्षा प्रक्रियाओं की समीक्षा करेगी। कोर्ट इन लोगों के कानूनी भाग्य का फैसला करेंगे।
अस्वीकरण:
यह जानकारी वर्तमान में उपलब्ध रिपोर्टों पर आधारित है और जैसे-जैसे अधिक जानकारी उपलब्ध होगी, इसमें बदलाव हो सकते हैं।
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