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कौन है महेश्वर पेरी विवेक बिंद्रा के खिलाफ क्यों उठा रहे है आवाज़ क्या है पूरा मामला 26 Dec

Hasan Khan
10 Min Read
कौन है महेश्वर पेरी

कौन है महेश्वर पेरी आज कल विवेक बिंद्रा और संदीप माहेश्वरी का नाम चर्चा में बना हुआ संदीप माहेश्वरी कहना की विवेक बिंद्रा युवाओ के साथ धोका कर रहा है वो बच्चो को motivation के नाम पे उन्हें बड़े बड़े सपने दिखाते है और उनसे पैसे की ठगी कर लेते है माहेश्वरी का कहना है के ये मामला कोई छोटा मोटा मामला नहीं है बल्कि करोडो की हेरा फेरी का मामला है इसकी सरकार द्वारा अच्छे से जांच होनी चाहिए

इस पुरे मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है क्यूंकि अब इसमें एंट्री हुई है एक ऐसी शख्सियत की जो अपने फैक्ट चेकिंग और अपनी बिज़नेस नॉलेज से अपनी एक नयी पहचान बना चुके है ये शख्स कोई और नहीं ये है IIPM (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक मैनेजमेंट) के गेट पे ताला लगवाने वाले महेश्वर पेरी तो क्या है पूरा मामला इस पुरे मामले को जानने से पहले हमें ये जानना ज़रूरी है के कोन है महेश्वर पेरी तो चलिए सबसे पहले पेरी की लाइफ पे डालते है नज़र

कौन है महेश्वर पेरी

कौन है महेश्वर पेरी एक भारतीय शिक्षाविद और लेखक हैं। वे IIPM (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक मैनेजमेंट) के पूर्व छात्र हैं, और उन्होंने आईआईएम-ए (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद) से एमबीए किया है।

पेरी ने IIPM में अपने अध्ययन के दौरान संस्थान की कथित वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा किया था। उन्होंने दावा किया था कि संस्थान ने छात्रों से फीस के रूप में अधिक राशि वसूली की थी, और प्लेसमेंट रिकॉर्ड में गड़बड़ी की थी।

पेरी के खुलासे के बाद IIPM को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा मान्यता से हटा दिया गया था। बाद में, संस्थान को BIS से फिर से मान्यता मिली, लेकिन पेरी के आरोपों पर अभी भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

पेरी ने IIPM के अपने अनुभव पर आधारित एक पुस्तक भी लिखी है, जिसका नाम है “IIPM: द ट्रू स्टोरी”। यह पुस्तक IIPM में व्याप्त वित्तीय अनियमितताओं और प्लेसमेंट घोटाले का एक विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है।

पेरी वर्तमान में एक स्वतंत्र शिक्षाविद और लेखक के रूप में काम कर रहे हैं। वे IIPM की कथित धोखाधड़ी की जांच के लिए एक स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं। Also Read Holidays In 2024: किस month में कितने Holidays और बोहत कुछ जानकारी 2024

महेश्वर पेरी एक साहसी और निडर व्यक्ति हैं, जिन्होंने सत्य के लिए लड़ने से नहीं हिचकिचाए। उनके खुलासे ने IIPM जैसे बड़े संस्थान को भी हिलाकर रख दिया है।

विवेक बिंद्रा के खिलाफ कर रहे है रिसर्च

महेश्वर पेरी, एक शिक्षाविद और लेखक, ने विवेक बिंद्रा की कंपनी, बिंद्रा यूनिवर्सिटी एंड कॉलेजेज (BUC) की जांच शुरू की है। पेरी का दावा है कि BUC ने छात्रों को धोखा दिया है।

अपनी जांच के दौरान, पेरी ने BUC की वेबसाइट पर जाकर बैलेंसशीट डाउनलोड किया। बैलेंसशीट के डेटा को देखकर पेरी को हैरानी हुई। एक साल में BUC का रेवेन्यू 172 करोड़ रुपये था। दो साल में यह बढ़कर 308 करोड़ रुपये हो गया। इसमें से 225 करोड़ रुपये फ्रेंचाइजी फीस थी।

पेरी ने पाया कि BUC का मुख्य व्यवसाय मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM) है। MLM एक प्रकार का मार्केटिंग है जिसमें लोग एक-दूसरे को प्रोत्साहित करके पैसे कमाते हैं। Also Read राजनाथ सिंह का ऐलान: ‘ड्रोन हमले के दोषियों की खोज समुंदर की गहराई तक BREAKING

पेरी ने इसके बाद विवेक बिंद्रा के डॉक्टरेट के बारे में भी रिसर्च किया। उन्होंने पाया कि बिंद्रा ने लंदन यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की डिग्री ली है। हालांकि, पेरी का कहना है कि इस डिग्री की वैधता संदिग्ध है।

पेरी ने विवेक बिंद्रा के वीडियो भी देखे। इन वीडियो में बिंद्रा दावा करते हैं कि वे हर महीने 1 लाख से 20 लाख रुपये तक कमाते हैं। पेरी का कहना है कि यदि बिंद्रा इतने पैसे कमाते हैं तो उन्हें अपने कर्मचारियों को अच्छी सैलरी देनी चाहिए।

पेरी का कहना है कि BUC की सफलता एक घोटाले का आधार है। उन्होंने कहा कि BUC ने छात्रों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि BUC ने छात्रों को यह विश्वास दिलाया है कि वे BUC से डिग्री लेकर अच्छी नौकरी पा सकते हैं। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ है।

पेरी ने BUC के खिलाफ एक शिकायत भी दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में बिंद्रा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों में धोखाधड़ी, मल्टी लेवल मार्केटिंग, और छात्रों को ठगना शामिल हैं।

BUC ने पेरी के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि पेरी झूठे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पेरी BUC को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

पेरी की जांच से विवेक बिंद्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अगर पेरी के आरोपों को सही पाया जाता है, तो बिंद्रा को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। Also Read बड़ी खबर: Wrestling Federation of India (WFI) को होगा निलंबित, संजय सिंह हटाए गए BREAKING

  • BUC ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि वे छात्रों को “एक बेहतर भविष्य” प्रदान करते हैं। हालांकि, पेरी का कहना है कि BUC के छात्रों ने नौकरी पाने में कठिनाई का सामना किया है।
  • BUC ने छात्रों से भारी फीस वसूली की है। पेरी का कहना है कि यह फीस छात्रों के लिए बहुत अधिक है।
  • BUC ने छात्रों को नकली प्लेसमेंट ऑफर दिए हैं। पेरी का कहना है कि ये ऑफर छात्रों को धोखा देने के लिए दिए गए थे।

मुश्किलों का सामना करके बने बड़े Businessman

महेश्वर पेरी का जन्म 1970 में आंध्र प्रदेश के एक छोटे से शहर में हुआ था। उनके पिता एक शिक्षक थे और उनकी माँ एक गृहिणी थीं। पेरी ने अपनी स्कूली शिक्षा स्थानीय स्कूल से पूरी की और फिर उन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

1991 में, महेश्वर पेरी 21 साल की उम्र में चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा पास करने वाले देश के सबसे कम उम्र के छात्रों में से एक बन गए। पेरी उस समय आंध्र प्रदेश में पहले और भारत में 23वें स्थान पर आए थे।

अपनी सफलता के बाद, पेरी ने एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के साथ एक निवेश बैंकर के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने इस पद पर 6 साल तक काम किया।

1995 में, पेरी रहेजा के हैथवे इन्वेस्टमेंट्स के लिए काम करने लगे। इस दौरान, उन्होंने आउटलुक पत्रिका के लिए एक स्तंभ लिखना शुरू किया। अपने स्तंभ में, पेरी ने भारतीय शिक्षा प्रणाली की कमियों पर प्रकाश डाला।

2009 में, पेरी आउटलुक से आंशिक रूप से अलग होकर कैरियर्स 360 पत्रिका शुरू की। साल 2012 में उन्होंने आउटलुक से पूरी तरह से अपनी राहें अलग कर लीं।

कैरियर्स 360 पत्रिका के जरिये, पेरी ने भारतीय शिक्षा प्रणाली की कमियों को उजागर करने पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने IIPM, IITs, और IIMs जैसे प्रमुख संस्थानों पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोप लगाए।

पेरी की जांच ने भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक हलचल पैदा कर दी। उन्होंने कई संस्थानों को मान्यता से हटवाया और कई लोगों को जेल भेजवाया। Also Read क्या है E Challan कैसे चेक करे Traffic E Challan Breaking Latest Update 2023

पेरी को उनके काम के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें “वर्ष का शिक्षा उद्यमी” और “वर्ष का शिक्षा पत्रकार” शामिल हैं।

महेश्वर पेरी का संघर्ष

महेश्वर पेरी का संघर्ष एक शिक्षाविद और लेखक के रूप में उनकी यात्रा है। उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली की कमियों को उजागर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है।

पेरी का संघर्ष आसान नहीं रहा है। उन्होंने कई संस्थानों और लोगों से विरोध का सामना किया है। उन्हें धमकियां भी मिली हैं।

हालांकि, पेरी ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी लड़ाई जारी रखी और भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए काम किया।

महेश्वर पेरी का नया जुनून

महेश्वर पेरी का नया जुनून शैक्षणिक संस्थानों की प्रणाली में दोषों को उजागर करना है। वह मानते हैं कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार की आवश्यकता है।

पेरी का मानना ​​है कि भारतीय शिक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह होना चाहिए। छात्रों को बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसरों तक पहुंच प्रदान करनी चाहिए।

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