तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों की घोषणा आज, 3 दिसंबर, 2023 को हुई। इन चुनावों में कांग्रेस ने 70 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है। भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने 32 सीटें जीती हैं, जबकि भाजपा को 8 सीटों से संतोष करना पड़ा है।

तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023
पार्टी | सीटें | |
---|---|---|
कांग्रेस | 70 |
* के.टी. रामाराव (सिकंदराबाद)
* के.वी. प्रशांत कुमार (महबूबाबाद)
* रणवीर सिंह (कोठागुडेम)
* महेंद्र रेड्डी (जग्गिथाल)
* के.जे. रामाराव (आसिफाबाद)
* के. श्रीनिवास (गद्दीकोट)
* के.पी. रेड्डी (सांगरिपल्ली)
* मोहम्मद अली खान (कुपम)
- भारत राष्ट्र समिति (BRS) | 32 |
- के. चंद्रशेखर राव (हैदराबाद)
- टी. रेड्डी (मंड्याकिरी)
- के.आर. श्रीनिवास (खम्मम)
- के. रविंद्र रेड्डी (नांदला)
- एम. रेड्डी (श्रीशैलम)
- के. श्रीनिवास रेड्डी (चिकमंगलूर)
- एम. रेड्डी (अदिलाबाद)
- के. रेड्डी (नागरकुरनूल)
- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) | 8 |
- के. रामचंद्र रेड्डी (अमरावती)
- के. श्रीनिवास (कुनूर)
- के. रामू (कुरनूल)
- के. रामचंद्र रेड्डी (गुंटूर)
- के. रामाराव (विजयवाड़ा)
- के. रेड्डी (श्रीकाकुलम)
- के. श्रीनिवास (वारंगल)
चुनाव 2023, जिन विधायकों ने सबसे ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है:
- कांग्रेस:
- के.टी. रामाराव (सिकंदराबाद) – 1,18,790 वोट
- के.वी. प्रशांत कुमार (महबूबाबाद) – 1,14,313 वोट
- BRS:
- के. चंद्रशेखर राव (हैदराबाद) – 1,05,282 वोट
- टी. रेड्डी (मंड्याकिरी) – 98,521 वोट
- भाजपा:
- के. रामचंद्र रेड्डी (अमरावती) – 94,059 वोट
- के. श्रीनिवास (कुनूर) – 92,283 वोट
चुनाव 2023, तेलंगाना के नतीजों का भारतीय राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
तेलंगाना के नतीजों का भारतीय राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। चुनाव 2023, इन नतीजों से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस अभी भी एक मजबूत पार्टी है। कांग्रेस ने इस चुनाव में BRS को हराकर दिखा दिया है कि वह तेलंगाना में सत्ता में वापसी कर सकती है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- तेलंगाना में मतदान प्रतिशत 78.53% रहा।
- कांग्रेस ने 2018 के चुनावों में जीती हुई 33 सीटों से 37 सीटें बढ़ाई हैं।
- BRS ने 2018 के चुनावों में जीती हुई 8 सीटों से 24 सीटें बढ़ाई हैं।
- भाजपा ने 2018 के चुनावों में जीती हुई 4 सीटों से 4 सीटें घटाई हैं।
भविष्य की संभावनाएं:
- कांग्रेस तेलंगाना में अपनी जीत का फायदा उठाकर अन्य राज्यों में भी चुनावी जनाधार बढ़ा सकती है।
- BRS भी एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभर सकती है और तेलंगाना की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
- भाजपा को तेलंगाना में अपनी हार का कारण समझना होगा और आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा।
चुनाव 2023, कांग्रेस की बढ़त
मतगणना के प्रारंभिक रुझानों में कांग्रेस ने बढ़त बना ली थी। बाद में, BRS ने भी अच्छी बढ़त बना ली थी। हालांकि, अंतिम नतीजों में कांग्रेस ने बढ़त बना रखी।
चुनाव 2023, कांग्रेस की जीत के कारण
कांग्रेस की जीत के कुछ कारण इस प्रकार हैं:
- आम जनता की नाराजगी: तेलंगाना में BRS सरकार के खिलाफ लोगों में नाराजगी थी। इस सरकार ने भ्रष्टाचार और अन्य समस्याओं को बढ़ावा दिया था, जिससे लोगों का समर्थन BRS से हट गया था।
- कांग्रेस का मजबूत नेतृत्व: कांग्रेस के नेतृत्व में कमल नेहरू ने चुनाव प्रचार में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस सरकार लोगों की समस्याओं का समाधान करेगी।
- कांग्रेस की नीतियां: कांग्रेस ने चुनाव में लोगों के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां घोषित की थी। इन नीतियों ने लोगों को आकर्षित किया।
चुनाव 2023, BRS की बढ़त
BRS ने भी इस चुनाव में अच्छी बढ़त दर्ज की है। BRS की बढ़त के कुछ कारण इस प्रकार हैं:
- BRS का मजबूत संगठन: BRS का संगठन तेलंगाना में मजबूत है। इस संगठन ने चुनाव प्रचार में अच्छा प्रदर्शन किया।
- BRS के उम्मीदवार: BRS ने चुनाव में कई मजबूत उम्मीदवार उतारे थे। इन उम्मीदवारों ने चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया।
- कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी: कुछ लोगों को कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी थी। इन लोगों ने BRS को अपना समर्थन दिया।
चुनाव 2023, तेलंगाना के नतीजों का प्रभाव
तेलंगाना के नतीजों का भारतीय राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। इन नतीजों से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस अभी भी एक मजबूत पार्टी है। कांग्रेस ने इस चुनाव में BRS को हराकर दिखा दिया है कि वह तेलंगाना में सत्ता में वापसी कर सकती है।
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